ठीक 4 साल पहले दुबई में एशिया कप (Asia Cup) 2018 का मुकाबला खेला जा रहा था. ये महामुकाबला भारत और पाकिस्तान (Ind and Pak) के बीच ही था. लेकिन मैच में कुछ ऐसा हुआ जिसने भारतीय टीम के साथ फैंस को भी बड़ा झटका दिया. हार्दिक पंड्या की पीठ में चोट लग गई थी जिसके बाद उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया था. इस चोट ने पंड्या (Hardik Pandya) का करियर संकट में डाल दिया था और कई महीनों तक टीम से बाहर थे. लेकिन एक बार फिर दुबई के मैदान पर भारत और पाकिस्तान का मुकाबला खेला गया. एशिया कप के इस मुकाबले में एक बार फिर सभी की नजरें हार्दिक पंड्या पर थीं और इस ऑलराउंडर ने इतिहास रच दिया.
छा गए पंड्या
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में हार्दिक पंड्या ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से धमाल मचा दिया. इसका नतीजा ये रहा कि टीम इंडिया ने साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप का हार का बदला ले लिया और पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया. हार्दिक पंड्या ने पहले तो गेंद से कमाल किया और 3 विकेट अपने नाम किए. वहीं इसके बाद वो उस वक्त क्रीज पर आए जब टीम को 50 से ज्यादा रन चाहिए थे.
100 से पहले गिर चुके थे 4 विकेट
हार्दिक पंड्या जब क्रीज पर पहुंचे तो टीम ने 89 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद टीम को जीत के लिए अभी भी 58 रन बनाने थे. क्रीज पर पंड्या के साथ पहले से मौजूद रवींद्र जडेजा था. जडेजा अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे. दोनों अंत तक टीम के स्कोर को लेकर गए लेकिन आखिरी ओवर में टीम को 6 गेंद पर 7 रन बनाने थे और तभी जडेजा बोल्ड हो गए.
हार्दिक ने नहीं मानी हार
दुबई के स्टेडियम में बैठे फैंस को ये भरोसा था कि जब तक क्रीज पर पंड्या रहेंगे तब तक टीम मैच में रहेगी. जडेजा के आउट होने के बाद भी हुआ कुछ ऐसा ही देखने को मिला. और हार्दिक ने बिना हार माने अंत में छक्का मारकर टीम को 19.4 ओवरों में जीत दिला दी. पंड्या को अपने ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ मैच अवॉर्ड से नवाजा गया. पंड्या ने तूफानी पारी खेली और 17 गेंद पर 33 रन बनाए. अपनी पारी में उन्होंने 194.12 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और 4 चौके और 1 छक्का लगाया.